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हरियाणा सरकार
चीनी फ्रेड

संक्षिप्त इतिहास

हरियाणा सहकारी चीनी मिल प्रसंघ की स्थापना वर्द्गा १९६६ में राज्य में स्थापित सहकारी चीनी मिलों की कार्यकुच्चलता में सुधार एवं राज्य में नई सहकारी चीनी मिलें स्थापना करने के उददेश्य से की गई थी। इस समय हरियाणा में १० सहकारी चीनी मिलें प्रसंघ के नियन्त्रण के तहत कार्यरत हैं तथा एक अन्य सहकारी चीनी मिल, असंध (२५०० टीसीडी) हैफेड द्वारा चलाई जा रही है। इन चीनी मिलों के नाम, स्थान एंव क्षमता का विवरण निम्न प्रकार हैः-

क्र० स० चीनी मिल का नाम स्थान पिराई क्षमता टन गन्ना प्रतिदिन) स्थापना वर्ष
१. पानीपत सहकारी चीनी मिल लि० पानीपत १८०० १९५६
२. हरियाणा सहकारी चीनी मिल लि० रोहतक १७५० ३५०० १९५६ २००९
३. करनाल सहकारी चीनी मिल लि० करनाल २२०० १९७७
४. सोनीपत सहकारी चीनी मिल लि० सेनीपत १६०० १९७६-७७
५. शाहबाद सहकारी चीनी मिल लि० शाहबाद २५०० ५००० १९८४ २००९
६. जींद सहकारी चीनी मिल लि० जींद १६०० १९८५
७. पलवल सहकारी चीनी मिल लि० पलवल १६०० १९८५
८. महम सहकारी चीनी मिल लि० महम २५०० १९९१
९. कैथल सहकारी चीनी मिल लि० कैथल २५०० १९९१
१०. चौ० देवी लाल सहकारी चीनी मिल गोहाना २५०० २००१
११. हैफेड़ सहकारी चीनी मिल लि असंध २५०० २००८
    कुल: २७३०० २७३००

दृष्टिकोण

गन्ना उत्पादन के लिए उचित भाव देकर किसानो की प्रगति एंव समृद्वि के लिए सदभावपूर्ण ढंग से कार्य करना, रोजगार पैदा करना, व्यापारिक गतिविधियां और पर्यावरण के अनुकूल औधोगीकरण। .

शुगरफैड के मुखय उद्‌देश्य

राज्य में सहकारी चीनी मिलों की स्थापना करना।

भारत सरकार, राज्य सरकार तथा अन्य वित्तीय संस्थाओं से मिलों के लिए वित्त का प्रबन्ध करना।

राज्य में स्थापित सहकारी चीनी मिलों की कार्यकुशलता व वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए सुझाव/सलाह देना।

राज्य में गन्ने की उपज व गन्ने की खेती को किसानों के लिए लाभप्रद बनाने के लिए गन्ना विकास योजना तैयार करना।

अन्य सूचना